भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट द्वारा भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु “भिखारी मुक्त भारत – आत्मनिर्भर भारत” अभियान का शुभारंभ

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भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट द्वारा भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु “भिखारी मुक्त भारत – आत्मनिर्भर भारत” अभियान का शुभारंभ


भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट ने समाज में स्वावलंबन और आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील सिंह जी यादव ने “भिखारी मुक्त भारत – आत्मनिर्भर भारत” नामक एक राष्ट्रव्यापी अभियान का शुभारंभ किया है, जिसका लक्ष्य भिक्षावृत्ति को समाप्त कर एक आत्मनिर्भर समाज का निर्माण करना है।
​आज भी हमारे समाज में बड़ी संख्या में लोग भीख मांगकर जीवनयापन करने को मजबूर हैं। यह स्थिति न केवल उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाती है बल्कि समाज की प्रगति के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। अक्सर, हम उन्हें सीधे भीख देकर अनजाने में इस समस्या को और भी बढ़ावा देते हैं। इस अभियान का उद्देश्य इसी सोच को बदलना है।
​अभियान के मुख्य बिंदु:
​भीख नहीं – काम दें: इस अभियान का मूल मंत्र है कि किसी भी जरूरतमंद को भीख देने के बजाय उसे कोई छोटा काम देकर मेहनताना दिया जाए। यह काम सड़क किनारे की सफाई, कूड़ा उठाना, पौधों को पानी देना या इसी तरह का कोई अन्य सामान्य कार्य हो सकता है। यह पहल उन्हें काम करने की आदत डालने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेगी।
​आत्मनिर्भरता का संकल्प: अभियान का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य लोगों में यह जागरूकता पैदा करना है कि भीख से जीवन नहीं बदलता, बल्कि मेहनत और परिश्रम से ही सही मायनों में आत्मनिर्भरता प्राप्त की जा सकती है।
​सामाजिक जागरूकता: इस संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए ट्रस्ट स्कूलों, कॉलेजों, सामाजिक संगठनों और विभिन्न समुदायों के साथ मिलकर काम करेगा।
​राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील सिंह जी यादव का संदेश
​इस अवसर पर, ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील सिंह जी यादव ने कहा, “हमारा विश्वास है कि जब हम किसी जरूरतमंद को सीधे पैसे देते हैं, तो हम उसकी भिक्षावृत्ति को स्थायी बना देते हैं। लेकिन, जब हम उसे काम देकर मेहनताना देते हैं, तो हम उसके आत्मसम्मान और भविष्य को नया जीवन प्रदान करते हैं। यह अभियान सिर्फ भीख खत्म करने के बारे में नहीं है, बल्कि यह हर व्यक्ति में छिपी क्षमता को पहचानने और उसे सही दिशा देने के बारे में है।”
​श्री यादव ने आगे कहा, “एक राष्ट्र के रूप में, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने हर नागरिक को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दें। ‘भिखारी मुक्त भारत – आत्मनिर्भर भारत’ सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक संकल्प है। यह तभी संभव है जब हर नागरिक, हर संस्थान और हर प्रशासनिक निकाय इस मुहिम में हमारा साथ दे।”
​भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट के शिवम तिवारी, कृष्णा यादव सोहन वर्मा, मनीष गुप्ता, श्रीमती सविता अग्रवाल, डॉ. प्रेम कुमार वैद्य,श्रीमती अनीता दुबे श्रीमती शोम्पा शाह, जीवन लाल जैन चाय वाले एवं ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारियों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी समाजसेवी संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थानों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों से इस मुहिम में सहयोग करने का आह्वान करता है।
​आइए, हम सब मिलकर संकल्प लें –
“भीख नहीं – काम देंगे, भिखारी मुक्त भारत बनाएंगे।”

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